एएमएल और केवाईसी नीति (AML and KYC Policy):
- उद्देश्य (Purpose):
- अवैध वित्तीय गतिविधियों को रोकना और ग्राहकों की पहचान सुनिश्चित करना।
- सभी नियामक आवश्यकताओं का पालन करना और पारदर्शिता बनाए रखना।
- ग्राहक पहचान प्रक्रिया (Customer Identification Process):
- सभी नए ग्राहकों को सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त पहचान पत्र (जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड) जमा करने होंगे।
- पते का सत्यापन (Address Verification) अनिवार्य है।
- ग्राहकों का विवरण नियमित रूप से अपडेट किया जाएगा।
- जोखिम प्रबंधन (Risk Management):
- ग्राहकों को उनके प्रोफाइल के आधार पर जोखिम वर्गीकरण में विभाजित किया जाएगा: उच्च जोखिम, मध्यम जोखिम और निम्न जोखिम।
- उच्च जोखिम वाले ग्राहकों की गतिविधियों की अधिक गहन निगरानी की जाएगी।
- संदिग्ध लेनदेन की रिपोर्टिंग (Suspicious Transaction Reporting):
- सभी संदिग्ध लेनदेन को संबंधित सरकारी प्राधिकरण (जैसे FIU-IND) को रिपोर्ट किया जाएगा।
- लेनदेन में असामान्य मात्रा या पैटर्न पाए जाने पर सतर्कता बरती जाएगी।
- रिकॉर्ड बनाए रखना (Record Maintenance):
- सभी ग्राहक दस्तावेज, लेनदेन रिकॉर्ड, और रिपोर्ट्स को न्यूनतम 5 वर्षों तक सुरक्षित रखा जाएगा।
- डेटा की गोपनीयता और सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।
- कर्मचारियों का प्रशिक्षण (Employee Training):
- कर्मचारियों को एएमएल और केवाईसी नियमों के बारे में नियमित प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- संदिग्ध गतिविधियों की पहचान करने और उन्हें संभालने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।
- नियमों का अनुपालन (Regulatory Compliance):
- एएमएल और केवाईसी से संबंधित सभी सरकारी नीतियों और अद्यतन निर्देशों का पालन किया जाएगा।
- अनुपालन अधिकारी को सभी प्रक्रियाओं की निगरानी के लिए नियुक्त किया जाएगा।
महत्वपूर्ण: यह नीति सभी ग्राहकों और कर्मचारियों के लिए बाध्यकारी है। कंपनी अवैध गतिविधियों में शामिल किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।