एएमएल और केवाईसी नीति (AML and KYC Policy):

  1. उद्देश्य (Purpose):
    • अवैध वित्तीय गतिविधियों को रोकना और ग्राहकों की पहचान सुनिश्चित करना।
    • सभी नियामक आवश्यकताओं का पालन करना और पारदर्शिता बनाए रखना।
  2. ग्राहक पहचान प्रक्रिया (Customer Identification Process):
    • सभी नए ग्राहकों को सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त पहचान पत्र (जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड) जमा करने होंगे।
    • पते का सत्यापन (Address Verification) अनिवार्य है।
    • ग्राहकों का विवरण नियमित रूप से अपडेट किया जाएगा।
  3. जोखिम प्रबंधन (Risk Management):
    • ग्राहकों को उनके प्रोफाइल के आधार पर जोखिम वर्गीकरण में विभाजित किया जाएगा: उच्च जोखिम, मध्यम जोखिम और निम्न जोखिम।
    • उच्च जोखिम वाले ग्राहकों की गतिविधियों की अधिक गहन निगरानी की जाएगी।
  4. संदिग्ध लेनदेन की रिपोर्टिंग (Suspicious Transaction Reporting):
    • सभी संदिग्ध लेनदेन को संबंधित सरकारी प्राधिकरण (जैसे FIU-IND) को रिपोर्ट किया जाएगा।
    • लेनदेन में असामान्य मात्रा या पैटर्न पाए जाने पर सतर्कता बरती जाएगी।
  5. रिकॉर्ड बनाए रखना (Record Maintenance):
    • सभी ग्राहक दस्तावेज, लेनदेन रिकॉर्ड, और रिपोर्ट्स को न्यूनतम 5 वर्षों तक सुरक्षित रखा जाएगा।
    • डेटा की गोपनीयता और सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।
  6. कर्मचारियों का प्रशिक्षण (Employee Training):
    • कर्मचारियों को एएमएल और केवाईसी नियमों के बारे में नियमित प्रशिक्षण दिया जाएगा।
    • संदिग्ध गतिविधियों की पहचान करने और उन्हें संभालने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।
  7. नियमों का अनुपालन (Regulatory Compliance):
    • एएमएल और केवाईसी से संबंधित सभी सरकारी नीतियों और अद्यतन निर्देशों का पालन किया जाएगा।
    • अनुपालन अधिकारी को सभी प्रक्रियाओं की निगरानी के लिए नियुक्त किया जाएगा।

महत्वपूर्ण: यह नीति सभी ग्राहकों और कर्मचारियों के लिए बाध्यकारी है। कंपनी अवैध गतिविधियों में शामिल किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।